दिल्ली में कोरोना संदिग्धों पर सबसे बड़ी कार्रवाई हुई है. सरकार निजामुद्दीन इलाके में जमा हुए सभी 1400 लोगों को कोरोना जांच के लिए अस्पताल भेजा रहा है. वहीं दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस्लामिक संगठन तब्लीग जमात पर FIR दर्ज करने का आदेश दिया है.
नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना संदिग्धों पर सबसे बड़ी कार्रवाई हुई है. सरकार निजामुद्दीन इलाके में जमा हुए सभी 1400 लोगों को कोरोना जांच के लिए अस्पताल भेजा रहा है. वहीं दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस्लामिक संगठन तब्लीग जमात पर FIR दर्ज करने का आदेश दिया है. इन पर लॉकडाउन के दौरान कार्यक्रम कर बड़ी संख्या में लोगों को जमा करने का आरोप है.
सभी 1400 कोरोना संदिग्धों को अस्पताल ले जाने के लिए सरकार ने 100 बसों को इंतजाम किया है. बतााया जा रहा है कि इन 1400 लोगों में 300 से ज्यादा लोग विदेशी नागरिक है जो सऊदी अरब, इंडोनेशिया, दुबई, उज्बेकिस्तान और मलेशिया आदि देशों के नागरिक हैं. गौरतलब है कि दिल्ली सरकार ने लॉकडाउन के चलते कार्यक्रम को स्थगित करने के लिए दो नोटिस भेजे थे. लेकिन इसके बावजूद ये कार्यक्रम आयोजित किया गया.
बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने भी केजरीवाल का समर्थन करते हुए कहा, "ये लोग निजामुद्दीन में क्या सोच रहे थे? क्या यह मजाक है कि पूरे देश में तालाबंदी हो रही है? हम में से किसी के द्वारा एक गलत कार्रवाई विशाल अनुपात के एक आपदा के लिए नेतृत्व कर सकते हैं!
बता दें कि तब्लीग जमात में शामिल हुए दो बुजुर्गों की चार दिन के अंदर संदिग्ध हालात में मौत हो गई है. हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि ये इन्हें कोरोना था या नहीं. मरने वाले दो बुजुर्गों में एक तमिलनाडु और दूसरा दूसरा कश्मीर घाटी का रहने वाला था. एक की मौत की वजह हार्ट अटैक बताई जा रही है जबकि दूसरे की मौत की वजह कोरोना का सदमा बताया जाता है.
अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि कुछ लोगों के कोरोना वायरस से संपर्क में आने की आशंका के बाद इलाके पूरे इलाके को सील कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि बड़ी संख्या में लोगों में बीमारी के लक्षण दिखने की रिपोर्टों के बाद दिल्ली पुलिस और सीआरपीएफ के अफसरों और मेडिकल टीमें रविवार रात इलाके में गई थी. जहां कम से कम 100 लोगों के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं। इनकी रिपोर्ट मंगलवार तक आने की उम्मीद है।
अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली पुलिस और सीआरपीएफ की मेडिकल टीमें लोगों की जांच कर रही हैं और उन्हें क्वारंटाइन के लिए निर्धारित अस्पतालों में भेज रही है. उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में शिरकत करने वालों के लिए रहने की व्यवस्था जिन हॉस्टलों में की जाती थी, उन्हें भी सील कर दिया गया है. फिलहाल दिल्ली पुलिस इलाके में नजर रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रही है.
file photo |
नई दिल्ली: दिल्ली में कोरोना संदिग्धों पर सबसे बड़ी कार्रवाई हुई है. सरकार निजामुद्दीन इलाके में जमा हुए सभी 1400 लोगों को कोरोना जांच के लिए अस्पताल भेजा रहा है. वहीं दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस्लामिक संगठन तब्लीग जमात पर FIR दर्ज करने का आदेश दिया है. इन पर लॉकडाउन के दौरान कार्यक्रम कर बड़ी संख्या में लोगों को जमा करने का आरोप है.
सभी 1400 कोरोना संदिग्धों को अस्पताल ले जाने के लिए सरकार ने 100 बसों को इंतजाम किया है. बतााया जा रहा है कि इन 1400 लोगों में 300 से ज्यादा लोग विदेशी नागरिक है जो सऊदी अरब, इंडोनेशिया, दुबई, उज्बेकिस्तान और मलेशिया आदि देशों के नागरिक हैं. गौरतलब है कि दिल्ली सरकार ने लॉकडाउन के चलते कार्यक्रम को स्थगित करने के लिए दो नोटिस भेजे थे. लेकिन इसके बावजूद ये कार्यक्रम आयोजित किया गया.
बीजेपी सांसद गौतम गंभीर ने भी केजरीवाल का समर्थन करते हुए कहा, "ये लोग निजामुद्दीन में क्या सोच रहे थे? क्या यह मजाक है कि पूरे देश में तालाबंदी हो रही है? हम में से किसी के द्वारा एक गलत कार्रवाई विशाल अनुपात के एक आपदा के लिए नेतृत्व कर सकते हैं!
बता दें कि तब्लीग जमात में शामिल हुए दो बुजुर्गों की चार दिन के अंदर संदिग्ध हालात में मौत हो गई है. हालांकि यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि ये इन्हें कोरोना था या नहीं. मरने वाले दो बुजुर्गों में एक तमिलनाडु और दूसरा दूसरा कश्मीर घाटी का रहने वाला था. एक की मौत की वजह हार्ट अटैक बताई जा रही है जबकि दूसरे की मौत की वजह कोरोना का सदमा बताया जाता है.
अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि कुछ लोगों के कोरोना वायरस से संपर्क में आने की आशंका के बाद इलाके पूरे इलाके को सील कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि बड़ी संख्या में लोगों में बीमारी के लक्षण दिखने की रिपोर्टों के बाद दिल्ली पुलिस और सीआरपीएफ के अफसरों और मेडिकल टीमें रविवार रात इलाके में गई थी. जहां कम से कम 100 लोगों के नमूने जांच के लिए भेजे गए हैं। इनकी रिपोर्ट मंगलवार तक आने की उम्मीद है।
अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली पुलिस और सीआरपीएफ की मेडिकल टीमें लोगों की जांच कर रही हैं और उन्हें क्वारंटाइन के लिए निर्धारित अस्पतालों में भेज रही है. उन्होंने बताया कि कार्यक्रम में शिरकत करने वालों के लिए रहने की व्यवस्था जिन हॉस्टलों में की जाती थी, उन्हें भी सील कर दिया गया है. फिलहाल दिल्ली पुलिस इलाके में नजर रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रही है.